बड़े लोग - बड़े लोग

शीर्षक "खिचड़ी" सीरियल के बच्चों के डायलॉग जैसा लग रहा है ना "बड़े लोग-बड़े लोग"। अरे, अरे चिंता नहीं कीजिये आपको नहीं भी पता इस(खिचड़ी सीरियल) बारे में, तब भी आज का मुद्दा आपके समझ आ जायेगा। तो आप किन्हें बड़े लोग मानते हैं ? 'बड़े लोग' से तात्पर्य ऐसे व्यक्ति से है जो विभिन्न मापदण्डो जैसे अनुभव, धन, ज्ञान आदि में बड़े हों | यहाँ बड़े होने का उम्र से कोई सरोकार नहीं है। तो आपमें से कई लोगों के लिए सचिन तेंदुलकर, सलमान खान, मुकेश अंबानी इस तरह के लोग बड़े लोगों की सूची में शीर्ष पर होगें। जो अपने-अपने क्षेत्रों में दिग्गज है और वाकई हैं भी, पर यदि आप वास्तव में इनसे रूबरू हुए हों तो हो सकता है आपका नजरिया इनके प्रति कुछ बदल जाए। हो सकता है आप उन्हें और अधिक पसंद करने लगे और ये भी हो सकता है कि कम पसंद करने लगें । (मैं स्पष्ट करना चाहूंगी कि उपरोक्त नामों पर मैं किसी भी तरह का कोई इल्ज़ाम नहीं लगा रही, ना ही कोई सवाल उठा रहीं हूँ।) पर चलिए हम व्यवहारिक या सामान्य परिवेश की बात करते हैं। आपके आस-पास मौजूद लोगों में से आप किन्हें 'बड़े लोग' या 'बड़ा' मानते हैं, कोई संपन्न व्यक्ति, कोई ओहदेदार व्यक्ति या कोई और | पर अब आपके द्वारा चुने गए व्यक्ति के संबंध में आप अपना ईमानदर आकलन बताइए। क्योंकि हो सकता है आप किसी को बड़ा व्यक्ति मानते हों, पर ईमानदार आकलन के दौरान आप स्वीकार करें की ऐसे तो वो नामी-गिरामी, जाना-माना बड़ा व्यक्ति है पर वास्तव में 'बड़ा' नहीं है। ऐसा क्यों ? अगर आप अपने तथाकथित बड़े व्यक्ति में ख्वामियाँ निकाल पा रहे हैं तो वास्तव में वह बड़ा नहीं रह जाता । जैसे वह बहुत संपन्न है किंतु काली कमाई इस संपन्नता का राज है; वह मेहनत के बलबूते पर एक अच्छे ओहदे पर पहुँच गया किन्तु 'बदतमीज़ है, घमण्डी है। इस तरह के लोग कुछ मानदण्डों में बड़े लोग होने के बावजूद बड़े नहीं रहते । तो आखिर 'बड़े लोग कौन होते है ? आपको अंदाजा हो गया होगा फिर भी, मैं बताती हूँ। जो लोग वाकई में बड़े होते हैं वो अपने हृदय, अपने व्यवहार और अपनी सोच से बड़े होते हैं। ऐसे लोगो को अपने आपको बड़ा दिखाने के लिए किसी बाह्य आडम्बर की आवश्यकता नहीं होती, बल्कि वे दिखावा करने ही नहीं है। ऐसे लोगों से मिलकर आपका मन स्वयं कह उठता है कि वाह यार ! वाकई में क्या इंसान है ? ऐसे लोगों से मिलकर आपका दिल खुश हो जाता है । आप स्वयं को भी बड़ा महसूस करने लगते हैं भले ही, कुछ समय( समयसीमा आप पर निर्भर है ) के लिए ही सही। आपको बहुत अच्छा महसूस होता है, एक तरह से आपके व्यक्तित्व को विस्तार मिलता है। देखिए कोई भी व्यक्ति आदर्श या परफेक्ट नहीं हो सकता, तो ख्वामियाँ या गलतियाँ तो इन बड़े लोगों में भी मिल जाएगी किन्तु आपके हृदय को जो विस्तार, जो बड़प्पन महसूस हुआ वो अप्रतिम होगा | तो, ऐसे बड़े लोगों से सम्पर्क बनाए रखिए इनका सम्पर्क / सानिध्य जरूर आपको भी बड़ा देगा |

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