आप कब खुश होते हैं ?
आपसे कोई पूछे कि आप क्या देखकर या क्या पाकर खुश होगें या की क्या चीज आपको खुश कर सकती है ? आपका जवाब क्या होगा नौकरी, शादी, पैसा, घर आदि-आदि शायद अधिकांश का जवाब कुछ इसी तरह का होगा। अब वो मिलने के बाद भी आप खुश होतें हैं या नही,आज मुद्दा वो नहीं है। दरअसल आज मुद्दा है कि आप इतना इंतज़ार क्यों करेंगे खुश होने का, मतलब ज़ाहिर है कि ये सारी चीजें प्राप्त करने में समय लगता है तो तब तक क्या ? मेरा तात्पर्य यह है कि आप अपने आस पास की बहुत सी छोटी-छोटी चीजों से भी खुश हो सकते हैं और फिर खुशी-खुशी कीजियेगा कोशिश अपनी अपेक्षाकृत बड़ी खुशियां पाने का। अपनी पसंद की चीजों की सूची बनाइए और कोशिश कीजिये इस सूची में शामिल चीजें जितनी हो सके उतनी छोटी व आसान हो। अपनी पसंद की चीजें शामिल करने का मकसद है कि उनसे आपके चेहरे पर मुस्कान आती है या आपको खुशी मिलती है। वैसे ही जैसे मान लो आपको गुलाब पसन्द हों और कोई आपके लिए गुलाब का बुके ले आये आपकी प्रतिक्रिया कैसी होगी ? दिल खुश और नतीज़तन एक प्यारी सी मुस्कान जो वास्तविक(नेचुरल) होगी । ये सूची बनाने से होगा यह कि आपको समझ आएगा कि ऐसी बहुत सी चीजे