पूर्वानुमान के जोखिम
पूर्वानुमान कितना सरल से शब्द है ना लेकिन कितनी कठिनाइयाँ पैदा कर देता है। यकीनन आप भी अपनी ज़िंदगी मे बहुत से पूर्वानुमान लगते होगें कई बार ये किसी घटना के बारे में होते हैं और कई बार किसी व्यक्ति के बारे में। हम यहाँ व्यक्तियों के बारे में लगाये जाने वाले पूर्वानुमान या अंदाजे की बात करेंगे। किसी व्यक्ति को देखते ही हम उसके बारे में पूर्वानुमान लगाना शुरू कर देते हैं कि व्यक्ति कैसा होगा,क्या करता होगा आदि। हमारा ये पूर्वानुमान हमारे अनुभवों और जानकारियों पर आधारित होता है। एक तरह से ये हमे अपने आस पास के लोगो को समझने उन्हें त्वरित प्रतिक्रिया देने में मदद करता है । कई लोग तो इसमें विशेषज्ञ होते हैं और अपने पूर्वानुमान की सटीकता की गारंटी भी ले लेते हैं। लेकिन पूर्वानुमान हमेशा खरे नहीं उतरते कई बार हमें विपरीत परिणाम भी मिलते हैं। यद्यपि सन्तुलित रूप से अगर पूर्वानुमान लगाया जाए, जो लचीला भी हो तो वह अच्छा होता है जैसे, आपने किसी लड़के को देखकर अंदाज़ा लगाया कि वह नौसिखिया है जबकि आप जब उसका काम देखते हैं तो उसकी दक्षता से प्रभावित हो जाते हैं यहां आपने पूर्वानुमान तो लगाया जो गलत